र्देश (6-10) : निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए।
चानन भेल विषम सर रे, भूषन भेल भारी।
सपनहूँ नहिं हरि आएल रे, गोकुल गिरधारी।
एकसारि ठाढ़ि कदम-तरे रे, पथ हेरथि मुरारी ||
हरि बिनु देह दगध भेल रे, झामर भेल सारी ||
जाह-जाह तोहें ऊधव हे, तोहें मधुपुर जाहे |
चंद्रबदनि नहि जीउति रे, बध लागत काहे।।
भनइ विद्यापति मन दए रे, सुनु गुनमति नारी।
आज आओत हरि गोकुल रे, पथ चलु झट-झारी ||
प्रश्न-10 : जब गोपियाँ कृष्ण की राह तकती हैं, तो उनका क्या धूमिल होता है जिसकी उन्हें खबर तक नहीं रहती?