निर्देश (6-10) : निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सही उत्तर दीजिए |
संतो देखत जग बौराना।
साँच कहौं तो मारन धावै, झूठे जग पतियाना ||
नेमी देखा धरमी देखा, प्रात करै असनाना |
आतम मारि पखानहि पूजै, उनमें कछु नहिं ज्ञाना |
बहुतक देखा पीर औलिया, पढ़ै कितेब कुराना |
कै मुरीद तदबीर बतावैं, उनमें उहै जो ज्ञाना ||
आसन मारि डिंभ धरि बैठे, मन में बहुत गुमाना |
पीतर पाथर पूजन लागे, तीरथ गर्व भुलाना |
टोपी पहिरे माला पहिरे, छाप तिलक अनुमाना |
साखी सब्दहि गावत भूले, आतम खबरि न जाना ||
हिंदु कहै मोहि राम पियारा, तुर्क कहै रहिमाना |
आपस में दोउ लरि लरि मूए, मर्म न काहू जाना ||
घर घर मंतर देत फिरत हैं, महिमा के अभियाना |
गुरू के सहित शिख्य सब बूढ़े, अंत काल पछिताना।।
कहै कबीर सुनो हो संतो, ई सब मर्म भुलाना |
केतिक कहौं कहा नहिं मानै, सहजै सहज समाना |
प्रश्न-8 : कैसे गुरु-शिष्य का अज्ञान के सागर में डूबे हैं?