जैन धर्म 1 / 80 जैन तीर्थंकर पार्श्वनाथ निम्नलिखित स्थानों में से मुख्यत: किससे संबंधित थे? कौशाम्बी चम्पा वाराणसी गिरिब्रज 2 / 80 किस जैन सभा में अंतिम रूप से श्वेताम्बर आगम का सम्पादन हुआ? वल्लभी में पाटलिपुत्र में वैशाली में पावा में 3 / 80 ‘जियो और जीने दो’ किसने कहा: गौतम बुद्व महात्मा गाँधी महावीर स्वामी विनोबा भावे 4 / 80 सत्य के अनेकान्त का सिद्धान्त किसका विशिष्ट लक्षण है? बौद्ध धर्म जैन धर्म आजीवक लोकायत 5 / 80 जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे? ऋषभदेव चेतक पार्श्वनाथ महावीर 6 / 80 तीर्थंकर शब्द संबंधित हैं बौद्ध हिन्दू इसाई जैन 7 / 80 महावीर के देहान्त के बाद निम्नलिखित में से कौन जैनधर्म का आध्यात्मिक नेता बना? जम्बूस्वामी गोशाल सुधर्मा गौतम इन्द्रभूति 8 / 80 ‘अणुव्रत’ शब्द किस धर्म से जुड़ा है? लोकायत मत जैन धर्म हीनयान बौद्ध धर्म महायान बौद्ध धर्म 9 / 80 यापनीय संघ किससे सम्बन्धित है शैव वैष्णव बौद्ध जैन 10 / 80 महावीर जैन की मृत्यु निम्नलिखित में से किस नगर में हुई? समस्तीपुर पावापुरी राँची राजगीर 11 / 80 निम्नलिखित में से किसको प्रारंभिक जैन ग्रन्थ माना जाता है महावस्तु अवदान सूत्रकृतंग त्रिपिटक अवदान कल्पलता 12 / 80 अणुव्रत सिद्वान्त का प्रतिपादन किया था हीनयान बौद्ध सम्प्रदाय ने जैन धर्म ने लोकायत शाखा ने महायान बौद्ध सम्प्रदाय ने 13 / 80 निम्नलिखित में कौन सबसे पूर्वकालिक जैन ग्रन्थ कहलाता है बारह अंग चौदह उपपूर्व बारह उपांग चौदह पूर्व 14 / 80 निम्नलिखित में से कौन सा धर्म विश्व विनाशकारी ‘प्रलय’ की अवधारणा में विश्वास नहीं करता? हिन्दू धर्म जैन धर्म इस्लाम बौद्ध धर्म 15 / 80 निम्नलिखित में से किस सम्मेलन में जैन धर्म दो भागों में विभाजित हुआ? प्रथम जैन सम्मेलन द्वितीय जैन सम्मेलन तृतीय जैन सम्मेलन चतुर्थ जैन सम्मेलन 16 / 80 “आजीवक” सम्प्रदाय के संस्थापक थे मक्खलि गोशाल राहुलोभद्र आनन्द उपाली 17 / 80 यापनीय किसका एक सम्प्रदाय था? शैव धर्म का जैन धर्म का बौद्ध धर्म का वैष्णव धर्म का 18 / 80 प्राचीन भारत में एक जैन साधु का जीवन कितनी प्रतिज्ञाओं से अनुशासित था? सात पाँच चार छ: 19 / 80 जैन परम्परा के अनुसार बाइसवें तीर्थंकर नेमिनाथ किससे सम्बन्धित थे? बिम्बिसार परशुराम कृष्ण उदयन 20 / 80 निम्नलिखित में से कौन जैन धर्म का संरक्षक नहीं था? बिम्बिसार चन्द्रगुप्त मौर्य खारवेल कनिष्क 21 / 80 जैन समुदाय में प्रथम विभाजन के समय श्वेताम्बर समुदाय के संस्थापक थे स्थूलभद्र भद्रबाहु देवृऋषि-क्षमी वर्मन कालिकाचार्य 22 / 80 निम्न में जैन धर्म के त्रिरत्न में क्या शामिल नहीं था? मुक्ति पूर्ण ज्ञान ध्यान कर्म 23 / 80 निम्नलिखित में से कौन एक जैन तीर्थंकर नहीं था? नाथमुनि चन्द्रप्रभु नेमि संभव 24 / 80 जैनों के अनुसार निम्नलिखित में से कौन एक बहु देशव्यापी अस्तिकाय द्रव्य अपवाद है? काल जीव आकाश पुद्गल 25 / 80 किस धर्म को राष्ट्रकूटों का संरक्षण प्राप्त था? बौद्ध धर्म शाक्त धर्म जैन धर्म शैव धर्म 26 / 80 जैन आचार्यों को निम्न रूप में जाना जाता है तीर्थंकर महर्षि गुरु सूफी 27 / 80 अनेकान्तवाद निम्नलिखित में से किसका क्रोड सिद्वान्त एवं दर्शन है? सिख मत वैष्णव मत बौद्ध मत जैन मत 28 / 80 निम्नलिखित में से कौन सा जैन धर्म से घनिष्ठ सम्बन्ध रखता है? त्रिपिटक युक्ति कल्पतरु पंचसिद्धान्तिका भगवती सूत्र 29 / 80 सर्प-फण निम्नलिखित में से किसका लंछन है? ऋषभनाथ शान्तिनाथ महावीर पार्श्वनाथ 30 / 80 पूर्व किसके धार्मिक ग्रंथ हैं? बौद्धों के जैनों के सतनामियों के कबीरपंथियों के 31 / 80 प्राचीन जैन धर्म के सम्बन्ध में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सही है? बौद्धों के विपरीत, जैन धर्म की प्रारम्भिक अवस्था में, जैन धर्म के लोग चित्रों का पूजन करते थे। पाटलिपुत्र में हुई परिषद् के पश्चात् जो जैन धर्म के लोग भद्रबाहु के नेतृत्व में रहे, वे श्वेताम्बर कहलाए। स्थलबाहु के नेतृत्व में दक्षिण भारत में जैन धर्म का प्रचार हुआ। प्रथम शतक ई.पू. में जैन धर्म को कलिंग के राजा खारवेल का समर्थन मिला। 32 / 80 कथन(A): जैन धर्म के अहिंसा पर बल ने कृषकों को जैन धर्म अपनाने से रोका। कारण (R): कृषि में कीटों एवं पीड़कों ही हत्या होना शामिल है। A और R दोनों सही है, और R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है। A और R दोनों सही है, और R, A का सही स्पष्टीकरण है। A सही है, परन्तु R गलत है। A गलत है, परन्तु R सही है। 33 / 80 दूसरी जैन सभा कहाँ हुई है वल्लभी पाटलिपुत्र कश्मीर उक्त में कोई नहीं 34 / 80 निम्नलिखित में से कौन सा आरम्भिक जैन साहित्य का भाग नहीं है? आचारांगसूत्र सूत्रकृतांग बृहत्कल्पसूत्र थेरीगाथा 35 / 80 निम्नलिखित में से कौन जैन धर्म के ‘अनंत-चतुष्टय’ में सम्मिलित नहीं किया गया है? अनंत दर्शन अनंत ज्ञान अनंत शांति अनंत वीर्य 36 / 80 भगवान महावीर का प्रथम शिष्य था प्रभाष योसुद जामालि विपिन 37 / 80 निम्नलिखित में से कौन-से स्थल पार्श्वनाथ से सम्बन्ध होने के कारण जैन सिद्ध क्षेत्र माना जाता है? पावा सम्मेद शिखर चम्पा ऊर्जयन्त 38 / 80 त्रिरत्न सिद्वान्त (Doctrine of three jewels) – सम्यक् धारणा, सम्यक् चरित्र, सम्यक् ज्ञान जिस धर्म की महिमा है, वह है उपरोक्त में से कोई नहीं ईसाई धर्म बौद्ध धर्म जैन धर्म 39 / 80 “कल्पसूत्र” का लेखक था भद्रबाहु सिमुक पाणिनि पतंजलि 40 / 80 कूर्चक एक सम्प्रदाय था जैन धर्म का वैष्णव धर्म का बौद्ध धर्म का शैव धर्म का 41 / 80 महावीर का प्रथम अनुयायी कौन बना? आणोज्जा यशोदा जामालि त्रिशला 42 / 80 जैन धार्मिक ग्रन्थ अंगों का संकलन सर्वप्रथम किस संगीति के अन्तर्गत किया गया था? पाटलिपुत्र वैशाली वल्लभी मथुरा 43 / 80 जिस जैन ग्रंथ में तीर्थंकरों के जीवन-चरित हैं, उसका नाम हैं उवासगदसाओ आदि पुराण कल्पसूत्र भगवतीसूत्र 44 / 80 तेइसवें जैन तीर्थंकर किससे सम्बन्धित थे? कौशाम्बी से वैशाली से वाराणसी से श्रावस्ती से 45 / 80 स्याद्वाद सिद्धान्त है जैन धर्म का शैव धर्म का लोकायत धर्म का वैष्णव धर्म का 46 / 80 श्रवणबेलगोला स्थित है कर्नाटक में गुजरात में आन्ध्र प्रदेश में तमिलनाडु में 47 / 80 जैन साहित्यिक कृति परिशिष्ट पर्वन किस कृति का परिशिष्ट है? मूल सूत्र त्रिशष्टिशलाका पुरुष चरित प्रबंध चिन्तामणि उपनीति-भाव-प्रपंच कथा 48 / 80 आगम सिद्वान्त धर्म साहित्य है। ब्राह्मण धर्म जैन धर्म बौद्ध धर्म वेद 49 / 80 बाईसवें तीर्थंकर कौन थे? अरिष्टनेमी ऋषभ महावीर स्वामी पार्श्वनाथ 50 / 80 जैन धर्म का आधारभूत बिन्दु है कर्म अहिंसा विराग निष्ठा 51 / 80 ऐसी मान्यता है कि जैनों के मूल आगम ……….. में थे 10 अंग 8 अंग 12 अंग 6 अंग 52 / 80 निग्रंथ किन्हें कहा जाता था? जैनों को बौद्धों को इनमें से किन्हीं को भी नहीं वैष्णववादियों को 53 / 80 कुंडग्राम का, जहाँ महावीर का जन्म हुआ था, आधुनिक नाम क्या है? पटना वैशाली बासुकुंड पैठण 54 / 80 महावीर स्वामी का जन्म कहाँ हुआ था? कुण्डग्राम पाटलिपुत्र मगध वैशाली 55 / 80 जैन धर्म के संस्थापक हैं महावीर स्वामी पार्श्वनाथ आर्य सुधर्मा ऋषभ देव 56 / 80 निम्नलिखित में से किसने जैनधर्म को मैसूर से निकाल दिया था? नयनार शंकराचार्य अल्वार लिंगायत 57 / 80 जैन धर्म के प्रवन्तक महावीर किस राजवंशीय घराने में पैदा हुए थे? सातवाहन लिच्छवि शाक्य क्षत्रिय 58 / 80 जैन धर्म में सल्लेखना से तात्पर्य है। लेखन पद्वति भित्ति चित्र तीर्थंकरों की जीवनी उपवास द्वारा प्राण-त्याग 59 / 80 किस संप्रदाय को प्रारंभ में निग्रन्थ कहा जाता था? पाशुपत बौद्ध आजीविक जैन 60 / 80 श्वेताम्बर परम्परा के अनुसार निम्नलिखित तीर्थंकरों में कौन महिला तीर्थंकर थी? अरिष्टनेमि शान्तिनाथ सुमतिनाथ मल्लिनाथ 61 / 80 जैन दर्शन का निम्नांकित से निकट का साम्य है वैशेषिक वेदान्त योगाचार सांख्य 62 / 80 पाश्र्वनाथ की शिक्षाएँ संगृहीत रूप से जानी जाती है पंचशील नाम से पंच महाव्रत नाम से त्रिरत्न नाम से चातुर्याम नाम से 63 / 80 निम्न जैन मुनियों को कालक्रमानुसार रखिये – 1. पाश्वनाथ 2. महावीर 3. कालकाचार 4. भद्रबाहु 3. 1, 2, 4 1, 2, 4, 3 2, 1, 3, 4 1, 2, 3, 4 64 / 80 जैन धर्म में पूर्णज्ञान के लिए क्या शब्द है? कैवल्य जिन रत्न निर्वाण 65 / 80 कुण्डलपुर जन्म स्थान है गौतम बुद्ध का सम्राट अशोक का महावीर स्वामी का चैतन्य महाप्रभु का 66 / 80 जैन धर्म के बारे में कौन एक सही है वे ईश्वर की खुलेआम पूजा करते थे महावीर ने वर्ण व्यवस्था की निन्दा नहीं की उन्होंने संयम पर कोई जोर नहीं दिया महावीर से सम्बन्धित हीनयान और महायान दो सम्प्रदाय थे 67 / 80 निम्नलिखित राजाओं में से कौन जैनधर्म का संरक्षक था? अशोक पुलकेशिन द्वितीय हर्ष खारवेल 68 / 80 जैन धर्म प्रवर्तक तीर्थंकर महावीर को कला में किस संकेत चिन्ह के साथ प्रदर्शित किया गया है? सिंह गज सर्प वृषभ 69 / 80 प्रारंभिक जैन साहित्य निम्नलिखित में से किस भाषा में लिखा गया था? प्राकृत पालि अर्ध-मागधी संस्कृत 70 / 80 ‘संथारा’ प्रथा निम्नलिखित में से किस सम्प्रदाय से सम्बन्धित है? वैष्णव जैन शैव शाक्त 71 / 80 ‘समाधि मरण’ किस दर्शन से सम्बन्धित है? योग दर्शन जैन दर्शन बौद्ध दर्शन लोकायत 72 / 80 जैन धर्म के कर्म परमाणुओं के पूर्ण विनाश को सूचित करने वाली अवस्था को कहा जाता है आदाव अजीव जीव निर्जरा 73 / 80 जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर कौन थे? चेतक ऋषभदेव महावीर पार्श्वनाथ 74 / 80 जैन तीर्थंकरों के क्रम में अंतिम कौन था? पाश्र्वनाथ ऋषभदेव महावीर मणिसुव्रत 75 / 80 महावीर की मृत्यु के उपरान्त निम्नलिखित में से किसके जैन संघ के प्रमुख बनने का वर्णन है? सुधर्मा जम्बू भद्रबाहु स्थूलभद्र 76 / 80 जैन आगम किस भाषा में लिखे गये हैं पाली प्राकृत अवधी मागधी 77 / 80 महावीर के अनुसार मानव जीवन के वास्तविक उद्देश्य संसार से मुक्ति प्राप्त करने को इस प्रकार कहा गया है निर्वाण जिन कैवल्य कर्म 78 / 80 प्रभासगिरि जिनका तीर्थ-स्थल है, वे हैं शैव जैन बौद्ध वैष्णव 79 / 80 जैन दर्शन के अनुसार सृष्टि की रचना एवं पालन-पोषण सार्वभौमिक विधान से हुआ है सार्वभौमिक सत्य से हुआ है सार्वभौमिक आत्मा से हुआ है सार्वभौमिक आस्था से हुआ है 80 / 80 प्रारम्भिक जैन धर्म का इतिहास किस ग्रन्थ में मिलता है? उक्त सभी में परिशिष्टपर्वन में कल्पसूत्र में भगवतीसूत्र में Your score isThe average score is 64% 0% Restart quiz