रस 1 1 / 50 गुरु गोविंद तो एक है, दूजा यह आकार आपा मेटि जीवति मरे तो पावे करतार उपर्युक्त दोहे में किस रस का परिपाक हुआ है? अद्भुत रस शांत रस करुण रस श्रृंगार रस 2 / 50 संचारी भाव का एक और नाम है? व्यभिचारी भाव निरंकारी भाव उपचारी भाव उपकारी भाव 3 / 50 अँखियाँ हरि दरसन की भूखी । कैसे रहे रूप रस राँची, ए बतियाँ सुनि रूखीं। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? वीर रस शांत रस वात्सल्य रस वियोग श्रृंगार रस 4 / 50 निर्वेद’ स्थायी भाव है? शान्त रस का भयानक रस का करुण रस का रौद्र रस का 5 / 50 वाणी और अंगों के अभिनय द्वारा जिनसे प्रकट हों, वे हैं? विभाव अनुभाव संचारी भाव भाव 6 / 50 विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव के संयोग से उत्पत्ति होती है? रस प्रेम अलंकार आनंदानुभूति 7 / 50 स्वान आंगुरिन काटि काटि के खात विचारत में रस हैं? करुण रस रौद्र रस वीभत्स रस भयानक रस 8 / 50 कवि बिहारी मुख्यतः किस रस के कवि हैं? करुण रस भक्ति रस श्रृंगार रस वीर रस 9 / 50 प्रिय पति वह मेरा प्राण प्यारा कहाँ है ? दुःख जल निधि डूबी का सहारा कहाँ है ?इन पंक्तियों में कौन-सा स्थायी भाव है? क्रोध रति शोक विस्मय 10 / 50 भाव शान्ति, भाव संधि और भाव सबलता का सम्बन्ध भाव के किस भेद से है? स्थायी भाव अनुभाव संचारी भाव विभाव 11 / 50 मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरो न कोई । जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? श्रृंगार रस करुण रस शांत रस हास्य रस 12 / 50 गुस्से से मुँह का लाल होना’ क्या है? विभाव स्थायी भाव अनुभाव संचारी भाव 13 / 50 नेकु कही बैननि अनेक कही नैननि सौं । रही सही सोऊ कहि दीनों हिंचकीन सौं । इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? संयोग श्रृंगार रस वीर रस करुण रस वियोग श्रृंगार 14 / 50 रसखान के काव्य में किस रस का वर्णन नहीं मिलता है? वात्सल्य रस भक्ति रस रौद्र रस श्रृंगार रस 15 / 50 किसी व्यक्ति के द्वारा क्रोध में किए गए अपमान आदि के उत्पन्न भाव होने की दशा में कौन-सा रस होता है? शांत रस रौद्र रस वीर रस करुण रस 16 / 50 रौद्र रस का स्थायी भाव है? क्रोध रस शोक रस विस्मय रस भय रस 17 / 50 किस रस का स्थायी भाव निर्वेद है? भक्ति श्रृंगार वात्सल्य शान्त 18 / 50 सर्वश्रेष्ठ रस किसे माना जाता है? श्रृंगार रस रौद्र रस करुण रस वीर रस 19 / 50 ‘चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी। में रस का भेद बताइए? श्रृंगार रस भक्ति रस हास्य रस वीर रस 20 / 50 फाड़ि नखन शव आंतड़िन रुधिर मवाद निकारि । लेपति अपने मुखनि पै, हरसि प्रेतगन नारि ॥ उपर्युक्त पंक्तियों में कौन- सा स्थायी भाव है? विस्मय निर्वेद भय जुगुप्सा 21 / 50 हास्य रस का स्थायी भाव है? रौद्र वीभत्स रति हास 22 / 50 रस की संख्या 8 किसने मानी है? विश्वनाथ भरतमुनि मम्मट अभिनव गुप्त 23 / 50 हिन्दी साहित्य का नौवां रस कौन-सा है? वात्सल्य रस करुण रस भक्ति रस शांत रस 24 / 50 ‘ट’, ‘ठ’, ‘ड’, ‘द’ वर्णों के प्रयोग का सम्बन्ध काव्य के किस से गुण है? माधुर्य प्रसाद इनमें से कोई नहीं ओज 25 / 50 ज्यों-ज्यों लगती है नाव पार उर में आलोकित शत विचार इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस संयोग श्रृंगार रस वात्सल्य रस शान्त रस 26 / 50 ‘वेपथु’ कैसा अनुभाव है? आंगिक सात्विक वाचिक बौद्धिक 27 / 50 धनंजय ने किस रस को हर्षोत्साह माना है? वात्सल्य को श्रृंगार को भक्ति को शांत को 28 / 50 स्थायी भाव के प्रकारों की संख्या सामान्यतः कितनी मानी गई है? 9 7 5 4 29 / 50 केशव कहि न जाइ का कहिये देखत तव रचना विचित्र अति समुझि मनहिं मन रहिये।” में है? शान्त रस भयानक रस रौद्र रस अद्भुत रस 30 / 50 “हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती स्वयंप्रभा समुज्ज्वला, स्वतंत्रता पुकारती उक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? वीर हास्य शृंगार भयानक 31 / 50 जब विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव के संयोग से रति नामक स्थायी भाव उत्पन्न होता है, तो वहाँ पर होता है? करुण रस वीभत्स रस श्रृंगार रस वीर रस 32 / 50 ‘वीरों का कैसा हो बसन्त’ में किस रस की सृष्टि हुई है? वीर रस वीभत्स रस अद्भुत रस श्रृंगार रस 33 / 50 जसोदा हरि पालनें झुलावै । हलरावै वुलरावे, मल्हावे जोइ सोई, कछु गावै इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? श्रृंगार रस वीर रस वात्सल्य रस शांत रस 34 / 50 विशेष रूप से जो भावों को प्रकट करते हैं. उन्हें कहते हैं? अनुभाव संचारी भाव स्थायी भाव विभाव 35 / 50 आलम्बन एवं उद्दीपन हैं? अनुभाव के प्रकार विभाव के प्रकार संचारी भाव के प्रकार रस के प्रकार 36 / 50 जहँ तहँ मज्जा माँस रुचिर लखि परत बगारे जित-जित छिटके हाड़, सेत कहुँ, । कहुँ रतनारे।’ इस अवतरण में हैं? वीभत्स रस अद्भुत रस भयानक रस हास्य रस 37 / 50 निम्न प्रश्न में चार विकल्पों में से उस सही विकल्प का चयन करें जो बताता है कि जहाँ किसी हानि के कारण शोक भाव उपस्थित होता है, वहाँ किस रस की उपस्थिति रहती है? वात्सल्य वीर करुण हास्य 38 / 50 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है? आये होंगे यदि भरत कुमति वश वन में, तो मैंने यह संकल्प किया है मन में उनको इस शर का लक्ष्य चुनूंगा क्षण में, प्रतिशोध आपका भी न सुनूंगा रण में। वीर रस हास्य रस करुण रस वियोग रस 39 / 50 रस का सम्बन्ध किस धातु से माना जाता है? मृ पृ सृ कृ 40 / 50 आचार्य देव ने किस भाव को 34वां संचारी भाव कहा है? पुलक छल रोमांच स्मृति 41 / 50 भरतमुनि के अनुसार रसों की संख्या है? 11 8 10 9 42 / 50 किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि हैं? वात्सल्य वीर रौद्र श्रृंगार 43 / 50 करुण रस का स्थायी भाव होगा? शोक क्रोध उत्साह विस्मय 44 / 50 स्थायी भावों की संख्या मानी गई है? 9 4 3 8 45 / 50 वीर रस का स्थायी भाव है? उत्साह भय क्रोध विस्मय 46 / 50 विस्मय स्थायी भाव किस रस में होता है? अद्भुत वीभत्स हास्य शांत 47 / 50 आचार्य भरत ने किस रस को नाट्य प्रयोग में स्वीकार नहीं किया है? भयानक शान्त करुण अद्भुत 48 / 50 पुष्प वाटिका में राम और जानकी घूम रहे हैं। जानकी के साथ उनकी सखियाँ हैं और राम के साथ लक्ष्मण। यहाँ जानकी के हृदय में जाग्रत ‘रतिभाव’ के ‘आलम्बन विभाव’ कौन हैं? राम लक्ष्मण पुष्प वाटिका जानकी की सखियाँ 49 / 50 मुझे फूल मत मारो, मैं अबला वाला वियोगिनी, कुछ तो दया विचारो इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वियोग श्रृंगार रस वात्सल्य रस वीर रस शांत रस 50 / 50 पुष्पवाटिका में जानकी का उद्दीपन विभाव’ कौन है? राम जानकी की सखियाँ पुष्पवाटिका लक्ष्मण Your score isThe average score is 62% 0% Restart quiz रस 2 1 / 51 प्रकृति के यौवन का श्रृंगार करेंगे कभी न बासी फूल; मिलेंगे वे जाकर अति शीघ्र इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस शांत रस वात्सल्य रस शृंगार रस 2 / 51 “देखि सुदामा की दीन दशा, करुणा करि के करुणानिधि रोये पानी परात से हाथ छुए नहिं, नयन के अंशुए पग धोये।” उपर्युक्त में कौन-सा रस है? वीर रस श्रृंगार रस रौद्र रस करुण रस 3 / 51 अनुभाव के दो भेद होते हैं? कायिक और वाचिक कायिक और सात्विक सात्विक और वाचिक सात्विक और मानसिक 4 / 51 विंध्य के वासी उदासी तपोव्रत धारी महाबिनु नारि दुखारें उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? करुण हास्य वीर श्रृंगार 5 / 51 राम के रूप निहारित जानकी कंगन के नग की परछाही यातो सबै सुधि भूलि गई कर टेकि रही पल टारति नाहीं । उपर्युक्त काव्य खंड में किस रस को प्रयुक्त किया गया है? वात्सल्य रस श्रृंगार रस वीर रस भक्ति रस् 6 / 51 मन रे तन कागद का पुतला लागें बूँद बिनसि जाए छिन में गरब करे क्या इतना । इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? भक्ति रस श्रृंगार रस करुण रस शांत रस 7 / 51 सिर पर बैठो काग आँखि दोउ खात- निकारत खींचत जीभहिं स्थार अतिहि आनन्द उर धारत । इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? शृंगार रस शांत रस वीर रस वीभत्स रस 8 / 51 मैं सत्य कहता हूँ सखे । सुकुमार मत जानो मुझे यमराज से भी युद्ध में प्रस्तुत सदा जानो मुझे इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? शृंगार वीर रस वात्सल्य रस शांत रस 9 / 51 तपस्वी! क्यों इतने हो क्लान्त, वेदना का यह कैसा वेग ? आह! तुम कितने अधिक हताश बताओ यह कैसा उद्वेग ? इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वात्सल्य रस शांत रस वीर रस श्रृंगार रस 10 / 51 निम्न में से किस रस का स्थायी भाव शोक है? भयानक वीर रौद्र करुण 11 / 51 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है? बालधी विशाल विकराल ज्वाल जाल मानी। लंक लीलिबे को काल रसना पसारी है। हास्य रस वीर रस वियोग रस भयानक रस 12 / 51 भरत के ‘रससूत्र’ में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है? संचारी भाव स्थायी भाव अनुभाव विभाव 13 / 51 अमर्ष क्या है? एक संचारी भाव एक अलंकार एक काव्य दोष एक काव्य गुण 14 / 51 अब लौ नसानी अब न नसैहों में कौन-सा रस है? शांत रस भक्ति रस अदभुत रस करुण रस 15 / 51 उस कल मारे क्रोध के तन काँपने उसका लगा मानो हवा के जोर से सोता हुआ सागर जगा। प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा रस है? वीर रस करुण रस अद्भुत रस रौद्र रस 16 / 51 वीभत्स रस का स्थायी भाव है? निर्वेद जुगुप्सा घृणा भय 17 / 51 मेरी भव बाधा हरो, राधा नागरि सोई। जा तन की झाँई परे स्याम हरित दुति होई ॥ उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? अद्भुत रस भक्ति रस वीर रस श्रृंगार रस 18 / 51 विभाव, अनुभाव और व्यभिचारी भावों के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है। किसका कथन है? भामह मम्मट जगन्नाथ भरत 19 / 51 आधा पात बबूल का तामें तनिक पिसान। लाल जी करने लगे, छठे छमासे दान ॥ उपर्युक्त दोहे में कौन-सा रस है? श्रृंगार वीर करुण हास्य 20 / 51 रण बीच चौकड़ी भर-भर कर, चेतक बन गया निराला था। राणा प्रताप के घोड़े से, पड़ गया हवा का पाला था। उपर्युक्त में किस रस का प्रयोग हुआ है? वीर हास्य रौद्र अद्भुत 21 / 51 जौ तुम्हार अनुशासन पाव कन्दुक इव ब्रह्माण्ड उठाव काँचो घट डारौं फोरी | रोकों मेरु मुलक जिमि तोरी। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? रौद्र रस हास्य रस वीर रस अद्भुत रस 22 / 51 संचारी भावों की संख्या है? 16 99 33 9 23 / 51 ‘शोक’ किस रस का स्थायी भाव है? करुण रस हास्य रस वीर रस शांत रस 24 / 51 भरतमुनि के रससूत्र में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है? व्यभिचारी भाव शांत अनुभाव स्थायी भाव 25 / 51 घिर रहे थे घुंघराले बाल अंश अवलम्बित मुख के पास नील घन शावक से सुकुमार, सुधा भरने को विधु के पास। इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? वात्सल्य रस शान्त रस संयोग श्रृंगार रस वीर रस 26 / 51 किस रस को ‘रसराज’ कहा जाता है? हास्य रस श्रृंगार रस इनमें से कोई नहीं वीर रस 27 / 51 ज्यों ज्यों पटु झटकति, हठति, हँसति नचावति नैन त्यों त्यों निपट उदारहु फगुवा देत वनै न पंक्ति में कौन-सा अनुभाव है? सात्विक अनुभाव कायिक अनुभाव मानसिक अनुभाव वाचिक अनुभाव 28 / 51 निम्नलिखित पंक्तियों में कौन-सा रस है? ‘एक ओर अजगरहि लखि एक ओर मृगराय । विकल बटोही बीच ही, परयों मूरछा खाय ।’ भक्ति करुण भयानक शांत 29 / 51 “राग है कि, रूप है कि रस है कि जस है कि तन है कि, मन है कि प्राण है कि, प्यारी है। उपर्युक्त पंक्तियों में रस है? वत्सल श्रृंगार अद्भुत शांत 30 / 51 बिनु गोपाल बैरनि भई कुंजैं। इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? शांत रस वात्सल्य रस वीर रस वियोग श्रृंगार रस 31 / 51 ‘विस्मय’ स्थायी भाव किस रस में होता है? अद्भुत वीभत्स हास्य शांत 32 / 51 समरस थे जड़ या चेतन सुन्दर साकार बना था। चेतनता एक विलसती आनन्द अखंड घना था ।” इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? श्रृंगार रस भयानक रस शान्त रस करुण रस 33 / 51 किलक अरे मैं नेह निहारों इन दाँतों पर मोती वारूँ। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? हास्य रस शांत रस वात्सल्य रस वीर रस 34 / 51 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है- बतरस लालच लाल की मुरली धरी लुकाय? संयोग श्रृंगार रस वियोग श्रृंगार रस हास्य रस रौद्र रस 35 / 51 किस रस का संचारी उद्दीपन विभाव बादल की घटाएँ, कोयल का बोलना, बसन्त ऋतु आदि होते हैं? अद्भुत शान्त वात्सल्य श्रृंगार 36 / 51 ‘उत्साह’ स्थायीभाव से किस रस की निष्पत्ति होती है? भयानक रस शांत रस वीर रस रौद्र रस 37 / 51 जब पहुँची चपला बीच धार, छिप गया चाँदनी का कगार ! दो बाहों के दूरस्थ तीर धारा का कृश कोमल शरीर आलिंगन करने को अधीर! इस पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? संयोग श्रृंगार वात्सल्य रस वीर रस शान्त रस 38 / 51 तूं तूं करता हूँ भया, मुझमें रही न हूँ। बारी फेरी बलि गई, जित देखाँ तित हूँ। इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वात्सल्य रस शान्त रस वीर रस वियोग श्रृंगार रस 39 / 51 माधुर्य गुण का किस रस में प्रयोग होता है? भयानक रस रौद्र रस श्रृंगार शांत रस 40 / 51 निम्न प्रश्न में चार विकल्पों में से उस सही विकल्प का चयन करें जो बताता है कि संयोग और वियोग किस रस के रूप हैं? वात्सल्य भयानक श्रृंगार अद्भुत 41 / 51 हिन्दी साहित्य के किस भाव को व्यभिचारी भाव भी कहा जाता है? विभाव अनुभाव स्थायी भाव संचारी भाव 42 / 51 ‘नभ में झपटत बाज लखि, भूल्यो सकल प्रपंच कंपति तनु व्याकुल नयन, शावक ‘हिल्यों ने रंच ।’ इस उद्धरण में कौन-सा रस है? भयानक रस वीर रस रौद्र रस वीभत्स रस 43 / 51 शृंगार रस के भेद हैं? आलम्बन तथा उद्दीपन सात्विक तथा कायिक विषाद तथा उन्माद संयोग तथा वियोग 44 / 51 शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलन रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? वात्सल्य रस करुण रस हास्य रस शृंगार रस 45 / 51 जो भाव मन में केवल अल्पकाल तक संचरण करके चले जाते हैं, उन्हें कहा जाता है? विभाव अनुभाव संचारी भाव स्थायीभाव 46 / 51 वीभत्स रस का स्थायी भाव है? निर्वेद भय घृणा जुगुप्सा 47 / 51 निम्न पंक्ति में कौन-सा रस है?’मैं नीर भरी दुःख की बदली ।’ रौद्र रस हास्य रस वियोग रस करुण रस 48 / 51 शांत रस का स्थायी भाव है? क्षमा वैराग्य दया निर्वेद 49 / 51 दुःख ही जीवन की कथा रही, क्या कहूँ आज जो नहीं कही। उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? वीभत्स रस करुण रस अद्भुत रस श्रृंगार रस 50 / 51 रसोत्पत्ति में आश्रय की चेष्टाएँ क्या कही जाती हैं? अनुभाव उद्दीपन आलम्बन विभाव 51 / 51 किस रस का स्थायी भाव रति है? दोनों का दोनों का नहीं भक्ति रस शृंगार रस Your score isThe average score is 54% 0% Restart quiz