रस 1 1 / 50 स्वान आंगुरिन काटि काटि के खात विचारत में रस हैं? रौद्र रस वीभत्स रस भयानक रस करुण रस 2 / 50 भरतमुनि के अनुसार रसों की संख्या है? 8 9 10 11 3 / 50 वीर रस का स्थायी भाव है? भय क्रोध उत्साह विस्मय 4 / 50 रस का सम्बन्ध किस धातु से माना जाता है? कृ मृ सृ पृ 5 / 50 किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि हैं? रौद्र वात्सल्य श्रृंगार वीर 6 / 50 जब विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव के संयोग से रति नामक स्थायी भाव उत्पन्न होता है, तो वहाँ पर होता है? वीभत्स रस वीर रस करुण रस श्रृंगार रस 7 / 50 स्थायी भाव के प्रकारों की संख्या सामान्यतः कितनी मानी गई है? 5 7 9 4 8 / 50 करुण रस का स्थायी भाव होगा? विस्मय क्रोध शोक उत्साह 9 / 50 धनंजय ने किस रस को हर्षोत्साह माना है? वात्सल्य को शांत को भक्ति को श्रृंगार को 10 / 50 केशव कहि न जाइ का कहिये देखत तव रचना विचित्र अति समुझि मनहिं मन रहिये।” में है? अद्भुत रस शान्त रस रौद्र रस भयानक रस 11 / 50 आचार्य देव ने किस भाव को 34वां संचारी भाव कहा है? रोमांच पुलक छल स्मृति 12 / 50 रसखान के काव्य में किस रस का वर्णन नहीं मिलता है? रौद्र रस श्रृंगार रस भक्ति रस वात्सल्य रस 13 / 50 ‘वीरों का कैसा हो बसन्त’ में किस रस की सृष्टि हुई है? वीभत्स रस श्रृंगार रस वीर रस अद्भुत रस 14 / 50 हिन्दी साहित्य का नौवां रस कौन-सा है? करुण रस भक्ति रस शांत रस वात्सल्य रस 15 / 50 ज्यों-ज्यों लगती है नाव पार उर में आलोकित शत विचार इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस संयोग श्रृंगार रस वात्सल्य रस शान्त रस 16 / 50 ‘चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी। में रस का भेद बताइए? श्रृंगार रस भक्ति रस हास्य रस वीर रस 17 / 50 विस्मय स्थायी भाव किस रस में होता है? अद्भुत हास्य वीभत्स शांत 18 / 50 प्रिय पति वह मेरा प्राण प्यारा कहाँ है ? दुःख जल निधि डूबी का सहारा कहाँ है ?इन पंक्तियों में कौन-सा स्थायी भाव है? रति विस्मय क्रोध शोक 19 / 50 आचार्य भरत ने किस रस को नाट्य प्रयोग में स्वीकार नहीं किया है? शान्त भयानक अद्भुत करुण 20 / 50 रस की संख्या 8 किसने मानी है? मम्मट विश्वनाथ अभिनव गुप्त भरतमुनि 21 / 50 निम्न प्रश्न में चार विकल्पों में से उस सही विकल्प का चयन करें जो बताता है कि जहाँ किसी हानि के कारण शोक भाव उपस्थित होता है, वहाँ किस रस की उपस्थिति रहती है? वात्सल्य करुण हास्य वीर 22 / 50 पुष्प वाटिका में राम और जानकी घूम रहे हैं। जानकी के साथ उनकी सखियाँ हैं और राम के साथ लक्ष्मण। यहाँ जानकी के हृदय में जाग्रत ‘रतिभाव’ के ‘आलम्बन विभाव’ कौन हैं? जानकी की सखियाँ लक्ष्मण राम पुष्प वाटिका 23 / 50 गुस्से से मुँह का लाल होना’ क्या है? विभाव स्थायी भाव संचारी भाव अनुभाव 24 / 50 किसी व्यक्ति के द्वारा क्रोध में किए गए अपमान आदि के उत्पन्न भाव होने की दशा में कौन-सा रस होता है? शांत रस रौद्र रस वीर रस करुण रस 25 / 50 जहँ तहँ मज्जा माँस रुचिर लखि परत बगारे जित-जित छिटके हाड़, सेत कहुँ, । कहुँ रतनारे।’ इस अवतरण में हैं? अद्भुत रस वीभत्स रस भयानक रस हास्य रस 26 / 50 मेरे तो गिरिधर गोपाल दूसरो न कोई । जाके सिर मोर मुकुट मेरो पति सोई। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? करुण रस शांत रस श्रृंगार रस हास्य रस 27 / 50 वाणी और अंगों के अभिनय द्वारा जिनसे प्रकट हों, वे हैं? विभाव संचारी भाव भाव अनुभाव 28 / 50 फाड़ि नखन शव आंतड़िन रुधिर मवाद निकारि । लेपति अपने मुखनि पै, हरसि प्रेतगन नारि ॥ उपर्युक्त पंक्तियों में कौन- सा स्थायी भाव है? विस्मय निर्वेद भय जुगुप्सा 29 / 50 ‘ट’, ‘ठ’, ‘ड’, ‘द’ वर्णों के प्रयोग का सम्बन्ध काव्य के किस से गुण है? ओज प्रसाद इनमें से कोई नहीं माधुर्य 30 / 50 सर्वश्रेष्ठ रस किसे माना जाता है? वीर रस श्रृंगार रस रौद्र रस करुण रस 31 / 50 भाव शान्ति, भाव संधि और भाव सबलता का सम्बन्ध भाव के किस भेद से है? संचारी भाव अनुभाव स्थायी भाव विभाव 32 / 50 ‘वेपथु’ कैसा अनुभाव है? आंगिक वाचिक सात्विक बौद्धिक 33 / 50 गुरु गोविंद तो एक है, दूजा यह आकार आपा मेटि जीवति मरे तो पावे करतार उपर्युक्त दोहे में किस रस का परिपाक हुआ है? शांत रस श्रृंगार रस करुण रस अद्भुत रस 34 / 50 किस रस का स्थायी भाव निर्वेद है? भक्ति वात्सल्य श्रृंगार शान्त 35 / 50 अँखियाँ हरि दरसन की भूखी । कैसे रहे रूप रस राँची, ए बतियाँ सुनि रूखीं। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? शांत रस वियोग श्रृंगार रस वीर रस वात्सल्य रस 36 / 50 आलम्बन एवं उद्दीपन हैं? संचारी भाव के प्रकार विभाव के प्रकार अनुभाव के प्रकार रस के प्रकार 37 / 50 निर्वेद’ स्थायी भाव है? भयानक रस का रौद्र रस का शान्त रस का करुण रस का 38 / 50 विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव के संयोग से उत्पत्ति होती है? रस अलंकार आनंदानुभूति प्रेम 39 / 50 विशेष रूप से जो भावों को प्रकट करते हैं. उन्हें कहते हैं? संचारी भाव अनुभाव स्थायी भाव विभाव 40 / 50 स्थायी भावों की संख्या मानी गई है? 8 3 9 4 41 / 50 “हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती स्वयंप्रभा समुज्ज्वला, स्वतंत्रता पुकारती उक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? भयानक हास्य वीर शृंगार 42 / 50 हास्य रस का स्थायी भाव है? हास रौद्र वीभत्स रति 43 / 50 कवि बिहारी मुख्यतः किस रस के कवि हैं? वीर रस करुण रस भक्ति रस श्रृंगार रस 44 / 50 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है? आये होंगे यदि भरत कुमति वश वन में, तो मैंने यह संकल्प किया है मन में उनको इस शर का लक्ष्य चुनूंगा क्षण में, प्रतिशोध आपका भी न सुनूंगा रण में। वीर रस हास्य रस करुण रस वियोग रस 45 / 50 रौद्र रस का स्थायी भाव है? क्रोध रस शोक रस भय रस विस्मय रस 46 / 50 जसोदा हरि पालनें झुलावै । हलरावै वुलरावे, मल्हावे जोइ सोई, कछु गावै इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? श्रृंगार रस वात्सल्य रस शांत रस वीर रस 47 / 50 मुझे फूल मत मारो, मैं अबला वाला वियोगिनी, कुछ तो दया विचारो इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस शांत रस वियोग श्रृंगार रस वात्सल्य रस 48 / 50 पुष्पवाटिका में जानकी का उद्दीपन विभाव’ कौन है? जानकी की सखियाँ पुष्पवाटिका राम लक्ष्मण 49 / 50 नेकु कही बैननि अनेक कही नैननि सौं । रही सही सोऊ कहि दीनों हिंचकीन सौं । इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? वियोग श्रृंगार करुण रस संयोग श्रृंगार रस वीर रस 50 / 50 संचारी भाव का एक और नाम है? निरंकारी भाव व्यभिचारी भाव उपकारी भाव उपचारी भाव Your score isThe average score is 65% 0% Restart quiz रस 2 1 / 51 ‘विस्मय’ स्थायी भाव किस रस में होता है? वीभत्स अद्भुत हास्य शांत 2 / 51 राम के रूप निहारित जानकी कंगन के नग की परछाही यातो सबै सुधि भूलि गई कर टेकि रही पल टारति नाहीं । उपर्युक्त काव्य खंड में किस रस को प्रयुक्त किया गया है? श्रृंगार रस वीर रस भक्ति रस् वात्सल्य रस 3 / 51 समरस थे जड़ या चेतन सुन्दर साकार बना था। चेतनता एक विलसती आनन्द अखंड घना था ।” इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? करुण रस भयानक रस शान्त रस श्रृंगार रस 4 / 51 संचारी भावों की संख्या है? 16 9 99 33 5 / 51 मैं सत्य कहता हूँ सखे । सुकुमार मत जानो मुझे यमराज से भी युद्ध में प्रस्तुत सदा जानो मुझे इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? वीर रस वात्सल्य रस शृंगार शांत रस 6 / 51 आधा पात बबूल का तामें तनिक पिसान। लाल जी करने लगे, छठे छमासे दान ॥ उपर्युक्त दोहे में कौन-सा रस है? हास्य करुण श्रृंगार वीर 7 / 51 शृंगार रस के भेद हैं? संयोग तथा वियोग सात्विक तथा कायिक विषाद तथा उन्माद आलम्बन तथा उद्दीपन 8 / 51 ‘नभ में झपटत बाज लखि, भूल्यो सकल प्रपंच कंपति तनु व्याकुल नयन, शावक ‘हिल्यों ने रंच ।’ इस उद्धरण में कौन-सा रस है? भयानक रस वीर रस रौद्र रस वीभत्स रस 9 / 51 घिर रहे थे घुंघराले बाल अंश अवलम्बित मुख के पास नील घन शावक से सुकुमार, सुधा भरने को विधु के पास। इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? शान्त रस संयोग श्रृंगार रस वीर रस वात्सल्य रस 10 / 51 ज्यों ज्यों पटु झटकति, हठति, हँसति नचावति नैन त्यों त्यों निपट उदारहु फगुवा देत वनै न पंक्ति में कौन-सा अनुभाव है? वाचिक अनुभाव कायिक अनुभाव सात्विक अनुभाव मानसिक अनुभाव 11 / 51 विभाव, अनुभाव और व्यभिचारी भावों के संयोग से रस की निष्पत्ति होती है। किसका कथन है? मम्मट भामह जगन्नाथ भरत 12 / 51 ‘शोक’ किस रस का स्थायी भाव है? करुण रस शांत रस वीर रस हास्य रस 13 / 51 वीभत्स रस का स्थायी भाव है? भय जुगुप्सा निर्वेद घृणा 14 / 51 जौ तुम्हार अनुशासन पाव कन्दुक इव ब्रह्माण्ड उठाव काँचो घट डारौं फोरी | रोकों मेरु मुलक जिमि तोरी। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? हास्य रस वीर रस अद्भुत रस रौद्र रस 15 / 51 मेरी भव बाधा हरो, राधा नागरि सोई। जा तन की झाँई परे स्याम हरित दुति होई ॥ उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है? भक्ति रस अद्भुत रस श्रृंगार रस वीर रस 16 / 51 भरतमुनि के रससूत्र में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है? शांत व्यभिचारी भाव अनुभाव स्थायी भाव 17 / 51 तूं तूं करता हूँ भया, मुझमें रही न हूँ। बारी फेरी बलि गई, जित देखाँ तित हूँ। इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वियोग श्रृंगार रस वीर रस शान्त रस वात्सल्य रस 18 / 51 दुःख ही जीवन की कथा रही, क्या कहूँ आज जो नहीं कही। उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? श्रृंगार रस अद्भुत रस वीभत्स रस करुण रस 19 / 51 विंध्य के वासी उदासी तपोव्रत धारी महाबिनु नारि दुखारें उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? करुण श्रृंगार हास्य वीर 20 / 51 रसोत्पत्ति में आश्रय की चेष्टाएँ क्या कही जाती हैं? विभाव आलम्बन अनुभाव उद्दीपन 21 / 51 जो भाव मन में केवल अल्पकाल तक संचरण करके चले जाते हैं, उन्हें कहा जाता है? संचारी भाव अनुभाव विभाव स्थायीभाव 22 / 51 उस कल मारे क्रोध के तन काँपने उसका लगा मानो हवा के जोर से सोता हुआ सागर जगा। प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा रस है? रौद्र रस करुण रस अद्भुत रस वीर रस 23 / 51 जब पहुँची चपला बीच धार, छिप गया चाँदनी का कगार ! दो बाहों के दूरस्थ तीर धारा का कृश कोमल शरीर आलिंगन करने को अधीर! इस पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? संयोग श्रृंगार वात्सल्य रस वीर रस शान्त रस 24 / 51 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है- बतरस लालच लाल की मुरली धरी लुकाय? संयोग श्रृंगार रस वियोग श्रृंगार रस हास्य रस रौद्र रस 25 / 51 ‘उत्साह’ स्थायीभाव से किस रस की निष्पत्ति होती है? वीर रस शांत रस रौद्र रस भयानक रस 26 / 51 शोभित कर नवनीत लिए घुटरुनि चलन रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? वात्सल्य रस शृंगार रस करुण रस हास्य रस 27 / 51 निम्न पंक्तियों में कौन-सा रस है? बालधी विशाल विकराल ज्वाल जाल मानी। लंक लीलिबे को काल रसना पसारी है। वीर रस वियोग रस भयानक रस हास्य रस 28 / 51 किलक अरे मैं नेह निहारों इन दाँतों पर मोती वारूँ। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? हास्य रस शांत रस वात्सल्य रस वीर रस 29 / 51 वीभत्स रस का स्थायी भाव है? भय निर्वेद घृणा जुगुप्सा 30 / 51 माधुर्य गुण का किस रस में प्रयोग होता है? भयानक रस श्रृंगार रौद्र रस शांत रस 31 / 51 सिर पर बैठो काग आँखि दोउ खात- निकारत खींचत जीभहिं स्थार अतिहि आनन्द उर धारत । इन पंक्तियों में कौन-सा रस निहित है? शृंगार रस वीभत्स रस शांत रस वीर रस 32 / 51 रण बीच चौकड़ी भर-भर कर, चेतक बन गया निराला था। राणा प्रताप के घोड़े से, पड़ गया हवा का पाला था। उपर्युक्त में किस रस का प्रयोग हुआ है? वीर हास्य अद्भुत रौद्र 33 / 51 शांत रस का स्थायी भाव है? क्षमा निर्वेद दया वैराग्य 34 / 51 किस रस का स्थायी भाव रति है? दोनों का भक्ति रस शृंगार रस दोनों का नहीं 35 / 51 अनुभाव के दो भेद होते हैं? सात्विक और मानसिक कायिक और सात्विक कायिक और वाचिक सात्विक और वाचिक 36 / 51 अब लौ नसानी अब न नसैहों में कौन-सा रस है? भक्ति रस अदभुत रस करुण रस शांत रस 37 / 51 किस रस को ‘रसराज’ कहा जाता है? हास्य रस इनमें से कोई नहीं श्रृंगार रस वीर रस 38 / 51 बिनु गोपाल बैरनि भई कुंजैं। इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस वात्सल्य रस वियोग श्रृंगार रस शांत रस 39 / 51 निम्न पंक्ति में कौन-सा रस है?’मैं नीर भरी दुःख की बदली ।’ वियोग रस हास्य रस रौद्र रस करुण रस 40 / 51 निम्न प्रश्न में चार विकल्पों में से उस सही विकल्प का चयन करें जो बताता है कि संयोग और वियोग किस रस के रूप हैं? श्रृंगार वात्सल्य अद्भुत भयानक 41 / 51 अमर्ष क्या है? एक काव्य दोष एक अलंकार एक काव्य गुण एक संचारी भाव 42 / 51 प्रकृति के यौवन का श्रृंगार करेंगे कभी न बासी फूल; मिलेंगे वे जाकर अति शीघ्र इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वात्सल्य रस वीर रस शांत रस शृंगार रस 43 / 51 हिन्दी साहित्य के किस भाव को व्यभिचारी भाव भी कहा जाता है? स्थायी भाव अनुभाव विभाव संचारी भाव 44 / 51 निम्न में से किस रस का स्थायी भाव शोक है? करुण रौद्र भयानक वीर 45 / 51 मन रे तन कागद का पुतला लागें बूँद बिनसि जाए छिन में गरब करे क्या इतना । इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? शांत रस भक्ति रस श्रृंगार रस करुण रस 46 / 51 भरत के ‘रससूत्र’ में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है? अनुभाव विभाव संचारी भाव स्थायी भाव 47 / 51 तपस्वी! क्यों इतने हो क्लान्त, वेदना का यह कैसा वेग ? आह! तुम कितने अधिक हताश बताओ यह कैसा उद्वेग ? इस पंक्ति में कौन-सा रस निहित है? वीर रस शांत रस श्रृंगार रस वात्सल्य रस 48 / 51 “देखि सुदामा की दीन दशा, करुणा करि के करुणानिधि रोये पानी परात से हाथ छुए नहिं, नयन के अंशुए पग धोये।” उपर्युक्त में कौन-सा रस है? श्रृंगार रस करुण रस रौद्र रस वीर रस 49 / 51 निम्नलिखित पंक्तियों में कौन-सा रस है? ‘एक ओर अजगरहि लखि एक ओर मृगराय । विकल बटोही बीच ही, परयों मूरछा खाय ।’ भक्ति शांत भयानक करुण 50 / 51 किस रस का संचारी उद्दीपन विभाव बादल की घटाएँ, कोयल का बोलना, बसन्त ऋतु आदि होते हैं? वात्सल्य श्रृंगार अद्भुत शान्त 51 / 51 “राग है कि, रूप है कि रस है कि जस है कि तन है कि, मन है कि प्राण है कि, प्यारी है। उपर्युक्त पंक्तियों में रस है? वत्सल अद्भुत श्रृंगार शांत Your score isThe average score is 60% 0% Restart quiz